नौसेना के पूर्व अधिकारी पूर्णेंदु की बहन मीतू भार्गव बोलीं- हमें भरोसा, पीएम मोदी कुछ करेंगे
bharatka news:कतर में जिन 8 पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई है, उनमें मध्य प्रदेश के पूर्णेंदु तिवारी भी शामिल हैं।
ग्वालियर में पूर्णेंदु तिवारी को कतर में मौत की सजा दिए जाने का निर्णय उनके ग्वालियर में रहने वाले परिवार तक पहुंचते ही स्वजन बैचेन हो गए हैं। पूर्णेंदु की बहन ग्वालियर के सिटी सेंटर क्षेत्र में रहती हैं। डॉ. मीतू भार्गव ने नईदुनिया टीम से बातचीत के दौरान कहा कि हम आशान्वित हैं। प्रधानमंत्री कुछ कर पाएंगे, ऐसी उम्मीद है।
बहन मीतू लंबे समय से भाई की रिहाई के लिए संघर्ष कर रही हैं। पिछले साल अगस्त माह से कतर में भाई से संपर्क नहीं हो पा रहा था। नवंबर 2022 में उन्होंने अपने भाई को कतर से रिहा करवाने के लिए पीएम मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को ट्वीट किया था। इसके बाद विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उनसे संपर्क किया था, लेकिन रिहाई नहीं हो सकी थी।
गुरुवार रात डॉ. मीतू भार्गव से जब नईदुनिया टीम ने संपर्क किया तो उन्होंने तमिलनाडु में होने की बात कही। नईदुनिया टीम विंडसर हिल्स में उनके निवास पर पहुंची। यहां कोई नहीं था। डॉ. मीतू भार्गव पिछले साल से ही लगातार उनकी रिहाई को लेकर प्रयास कर रही थीं। विदेश मंत्रालय भी गई थीं। डॉ. मीतू ने बताया कि हम पहले भोपाल स्थित अरेरा कालोनी में रहते थे और मैं ग्वालियर की विंडसर हिल्स कॉलोनी में निवासरत हूं। भाई कतर में ही रहता था।
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