कुश्ती के आयोजन से पहलवानों को मिलती है प्रेरणा:पूर्व सांसद धनंजय सिंह

 कुश्ती के आयोजन से पहलवानों को मिलती है प्रेरणा:पूर्व सांसद धनंजय सिंह



सरकार ध्यान दे तो कुश्ती के सारे खिताब यूपी के नाम: नरसिंह यादव
बरसठी, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के बघनरी गाँव में मंगलवार को पूर्व प्रधान पारसनाथ सिंह की तृतीय पुण्यतिथि पर विराट दंगल कुश्ती प्रतियोगिता एवं श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन हुआ जिसका उद्घाटन पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन कुश्ती प्रतियोगिता में ह्रास आ रहा है, मगर इस तरह के आयोजन से पहलवानों को अधिक प्रेरणा मिलती है। इससे हमारे युवा पहलवानी की ओर स्वतः आकर्षित हो जाते हैं। कुश्ती से लोग शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ्य भी रहते है। अखाड़ों पर पहलवानों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने हार-जीत को दरकिनार कर सफलता के लिए प्रयासरत रहने की सलाह दी। इसके पहले श्री सिंह ने पारसनाथ जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके दीप प्रज्वलित किया। आयोजकों ने मुख्यातिथि को अंगवस्त्रम ओढ़ाकर माल्यार्पण करने के साथ ही स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। दंगल में कुल 41 जोड़ियों ने जोर आजमाइश किया। दंगल में सबसे ऊंची जोड़ी कानपुर के अभिनायक पहलवान और ग्वालियर के जित्तू पहलवान के बीच सबसे बड़ा मुकाबला 5 लाख के इनाम पर लड़ी गई। निर्धारित 20 मिनट से पूर्व ही जित्तू पहलवान चोटिल हो गए और लड़ने में असमर्थता जता दिये जिस पर रेफरी ने अभिनायक को दंगल का चैंपियन घोषित कर दिया। प्रतियोगिता में जौनपुर, मेरठ, डीएलडब्ल्यू वाराणसी, झांसी, हरियाणा, गोरखपुर, सुल्तानपुर, नेपाल, प्रयागराज सहित विभिन्न प्रदेश के जिलों के पहलवानों का रोमांचक मुकाबला रहा। प्रतियोगिता में लगभग 3 जोड़ी महिला पहलवानों ने भी दांव-पेंच लगाए। विजयी पहलवानों को कमेटी की ओर से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में देर शाम पहलवानों का उत्साहवर्धन करने के लिए मुंबई से चलकर आये ओलपिंक विजेता नरसिंह यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार कुश्ती के प्रति दिलचस्पी नहीं ले रही है। यूपी में प्रतिभा की कमी नहीं है परंतु वह अपनी चमक खोती जा रही है। सुविधाओं के अभाव में कई पहलवान पहलवानी छोड़कर दूसरे व्यवसाय में लग गए हैं। सरकार ध्यान दे तो वह समय दूर नहीं होगा जब सारे खिताब यूपी के होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर और जिलों में कुश्ती के लिए मैट की व्यवस्था के साथ ही कोच की सुविधा देनी चाहिए जिससे खिलाड़ी अच्छी प्रैक्टिस कर सकें और आगे बढ़ सकें। कार्यक्रम के अंत में स्व पारसनाथ जी के पुत्र राणा सिंह व सीमांत सिंह ने आये अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रमाशंकर सिंह, कर्नल सतीश दीक्षित, पूर्व प्रमुख देवेंद्र बहादुर सिंह, प्रमुख राहुल सिंह, प्रमुख प्रतिनिधि पंकज सिंह, दीपेंद्र सिंह, पूर्व जि.पं.स दिनेश प्रसाद तिवारी, भूमि विकास चेयरमैन अजय सिंह, डॉ. आरसी पांडेय, राकेश सिंह, प्रधान चंदा सिंह, राजकुमार गुप्ता, पूर्व प्रधान संदीप सिंह, मिलिंद शुक्ला, शिक्षक संतोष सिंह, मंटू सिंह सहित तमाम लोग मौजूद रहे। सुरक्षा की दृष्टिकोण से थाना प्रभारी गोविन्द देव मिश्र मय हमराह उपस्थित रहे।

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