प्रधानाचार्या की वजह से विद्या मन्दिर में राष्ट्रीय ध्वज का हुआ अपमान
एक बार फिर चर्चा में आया आदर्श कन्या इण्टर कालेज खेतासरायसमाज को सही दिशा देने वाली गुरू ने शुरू किया मनमानी का खेल
खेतासराय, जौनपुर। कहा गया है कि स्कूल/कालेज विद्या का मन्दिर होता है जहां बच्चों को शिक्षित—दीक्षित करने वालों को गुरू कहा जाता है। यह उपाधि भगवान से भी बढ़कर माना गया है, क्योंकि कहा गया है कि 'गुरू गोविन्द दोऊ खड़े काके लागूं पांय, बलिहारी गुरू आपने गोविन्द दियो बताय,”। मतलब यदि परमात्मा और गुरू दोनों एक साथ मिल जायं तो पहले गुरू को प्रणाम करना चाहिये, फिर परमात्मा को। गुरू का स्थान भगवान से भी ऊंचा है लेकिन एक गुरू के कारनामे ने पूरे शिक्षा जगत को बदनाम कर दिया। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान नहीं किया, बल्कि विद्यालय के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुये उनको गलत संदेश भी दे दिया।
बता दें कि उक्त गुरू का नाम श्रीमती राधा श्रीवास्तव हैं जो आदर्श कन्या इण्टर कालेज खेतासराय की प्रधानाचार्य हैं जिनका उक्त मन्दिर में आगमन वर्ष 2019 में हुआ है। वह गुरू कम, विद्यालय संहारक ज्यादा नजर आती हैं, क्योंकि अपनी मनमानी से वह विद्यालय को पूरी तरह से समाप्त करने पर तुली हुई हैं। फिलहाल बात यहां यह कहना है कि उन्होंने देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर दिया। 15 अगस्त पर विद्यालय में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह के फोटो एवं वीडियो में देखा जा रहा है कि उन्होंने उल्टा राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया जो ध्वज के साथ पूरे देश का अपमान है।
हास्यास्पद बात तो यह है कि बच्चों को सही दिशा दिखाने वालीं प्रधानाचार्या राधा श्रीवास्तव ने उल्टा राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया जो इस समय खेतासराय ही नहीं, बल्कि पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो उक्त कार्यकम में किसी भी अभिभावक अथवा अतिथि को उन्होंने नहीं बुलाया जो विद्यालय के अब तक की परम्परा का हनन है। खेतासराय की शान रही इस विद्यालय की गरिमा अब नष्ट होती नजर आ रही है जिसको पुनः स्थापित करने के लिये बच्चों, अभिभावकों, क्षेत्रीय नागरिकों सहित शासन—प्रशासन को कुछ करना होगा।
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