कर्ज लेकर भोग-विलास किया है, तो भुगतना तो पड़ेगा’, प्रेमानंद महाराज ने दिए सफल बिजनेस के टिप्स

 कर्ज लेकर भोग-विलास किया है, तो भुगतना तो पड़ेगा’,
प्रेमानंद महाराज ने दिए सफल बिजनेस के टिप्स


Bharatka news:धर्म गुरु प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Maharaj) के पास उनके अनुयायी अपनी तरह-तरह की समस्याएं लेकर पहुंचते हैं और महाराज जी उनका धर्म संगत उत्तर भी देते हैं।

हाल ही में एक भक्त ने खुद पर भारी कर्ज होने की समस्या महाराज जी के सामने रखी और जानना चाहा कि कर्ज से मुक्ति का कोई उपाय है क्या? इस पर प्रेमानंद महाराज ने दो टूक जवाब तो दिया ही, सभी भक्तों को एक सबक भी पढ़ाया।

भक्त ने जब कहा कि कर्ज बहुत हो गया है, तो प्रेमानंद महाराज ने कहा कि इस विषय में हमारा सामर्थ्य नहीं है कि आपका बिजनेस कैसे चले या आपका कर्ज कैसे मिटे? यह हमारा विषय भी नहीं है, लेकिन क्या आपने हमसे पूछकर कर्ज लिया था? आपने उस पैसे से अपना मनोरंजन किया या विलासिता की, उस समय हमसे आदेश लिया था क्या?

प्रेमानंद महाराज ने कहना जारी रखा कि उस पैसे से आपने भोग-विलास किया, तो अब भोगना तो पड़ेगा। कर्ज लेकर व्यापार करना या कर्ज लेकर सुख-सुविधाएं भोगना समझदारी नहीं है। कर्मों का फल, तो हर हाल में भोगना ही पड़ेगा।

नाम जप करो, जनम जनम के कर्ज उतर जाएंगे

  • प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यदि आपने आज नाम जप शुरू किया है, तो कल ही कर्ज से मुक्ति मिल जाए, यह संभव नहीं।
  • कोई किसान आज फसल बोता है, तो कल ही उसे उपज नहीं मिल जाएगी। उसे छह माह तक अथक परिश्रम करना होगा।
  • इसी प्रकार, यदि आप आज राधा नाम या अपने इष्टदेव का नाम जपते हैं, तो आपका आने वाला कल जरूर सुधर सकता है।
  • पिछले कर्म बुरे हैं तो आज क्या करें?

    प्रेमानंद महाराज ने बताया कि हमारे पिछले कर्म बुरे हैं, तो ईश्वर की भक्ति से हम उनका असर कुछ कम कर सकते हैं। साथप्रेमानंद महाराज ने स्पष्ट किया कि हमारे पास ऐसा कोई उपाय नहीं है, जिसे करने से कर्ज मिट सकता है या नौकरी लग सकती है या मुकदमा जीता जा सकता है। हमारे पास राधा नाम है, जिसका जप करने से जनम-जनम के कर्ज उतर जाएंगे। इस बात का गारंटी है।

    जिस प्रकार किसी भी पौधे की जड़ में पानी देने से वह हर डाली, हर पत्ते और हर फल तक पहुंच जाता है, उसी प्रकार भगवत प्राप्ति के मार्ग पर चलने मात्र से जीवन की सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।


  •  ही अच्छे कर्मों की फसल खड़ी कर सकते हैं, जिससे कि आने वाला कल सुधर सकता है।


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