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4 जुलाई से श्रद्धा का सावन, उमड़ेगा आस्था का सैलाब
bharatkanews:
पंचांग की गणना के अनुसार 11 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत होगी। ज्योतिर्लिंग महाकाल तथा चौरासी महादेव मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ेगा। एक माह में सात सर्वार्थसिद्धि तथा दो अमृतसिद्धि योग का संयोग बन रहा है। इस दिव्य योग में धार्मिक अनुष्ठान, नए कार्यों की शुरुआत तथा भूमि, भवन की खरीदी करना श्रेष्ठ रहेगा। श्रावण मास में विभिन्न पर्व त्यौहार का अनुक्रम भी बनेगा।श्रावण में शिव पूजा का महत्व
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया धर्मशास्त्र में शिव का अर्थ कल्याण बताया गया है। श्रावण मास में शिव पूजा से चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है। शिव महापुराण के अनुसार श्रावण में बारह ज्योतिर्लिंग का दर्शन, चौरासी महादेव का पूजन, शिव कथा का श्रवण, शिव मंदिरों में जलाभिषेक व मृदा शिवलिंग का पूजन महाफलदायी बताया गया है। इससे मनुष्य के समस्त मनोरथ पूर्ण होकर के रोग, दोष से निवृत्ति मिलती है। श्रावण में घर में विराजित शिवलिंग की पूजा भी कामना भेद के अनुसार की जा सकती है। इस बार 11 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत होगी। श्रावणी पूर्णिमा पर 9 अगस्त को श्रावण का समापन होगा। इस एक माह में चार सोमवार रहेंगे। श्रावण मास मौसम की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहेगा। एक माह में ग्रहों का वक्रत्व व नक्षत्र परिवर्तन होगा, जो वर्षा की स्थिति को अलग-अलग प्रकार से प्रभावित करेगा।
एक माह में यह व्रत-त्यौहार खास
14 जुलाई : पहला श्रावण सोमवार
21 जुलाई : दूसरा श्रावण सोमवार, कामदा एकादशी
24 जुलाई : हरियाली अमावस्या
27 जुलाई : हरियाली तीज
28 जुलाई : तीसरा श्रावण सोमवार
29 जुलाई : नाग पंचमी
04 अगस्त : चौथ श्रावण सोमवार
09 अगस्त : रथा बंधन श्रावण का समापन
श्रावण में ग्रहों का वक्रत्व व नक्षत्र परिवर्तन
13 जुलाई को शनि वक्री होंगे।
15 जुलाई को गुरु का आद्रा नक्षत्र में प्रवेश।
16 जुलाई को सूर्य का कर्क राशि में प्रवेश।
18 जुलाई को बुध वक्री होंगे।
19 जुलाई को सूर्य का पुष्य नक्षत्र में प्रवेश।
20 जुलाई को राहु पूर्वा भाद्रपद व केतु पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
24 जुलाई को गुरु पुष्य नक्षत्र।
26 जुलाई को शुक्र का मिथुन राशि में प्रवेश होगा।
29 जुलाई को बुध पुष्य नक्षत्र।
कब-कब है सर्वार्थ सिद्ध योग?
12 जुलाई को सुबह 6.30 बजे से रात्रि पर्यंत।
17 जुलाई को सुबह 6 बजे से मध्य रात्रि तक।
21 जुलाई को सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक।
24 जुलाई को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक।
30 जुलाई को सुबह 6 से रात 10 बजे तक।
04 अगस्त को सुबह 6.5 से रात 9.15 बजे तक।
08 अगस्त को सुबह से रात्रि पर्यंत।
अमृतसिद्धि योग कब
21 जुलाई को सुबह 8.46 बजे से रात अंत तक।
24 जुलाई को शाम 5.34 से रात अंत तक।
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