मानवता और करुणा की प्रतिमूर्ति थी मदर टेरेसा- कुलपति

 मानवता और करुणा की प्रतिमूर्ति थी मदर टेरेसा- कुलपति 


पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मदर टेरेसा की मनाई गई जयंती 

जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना भवन में मदर टेरेसा की  जयंती मनाई गई. कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर नमन किया.
उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा  मानवता और करुणा की प्रतिमूर्ति थी. उन्होंने भारत के दीन-दुखियों की जीवन पर्यंत सेवा की. उनका  गरीबों और असहायों के प्रति जो सेवा का भाव था उसे भारत भूमि कभी भुला नहीं सकती. मदर टेरेसा को 1979 में  उनकी सेवा भावना के लिए शांति का नोबेल पुरस्कार मिला था. देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी उन्हें सम्मानित किया गया. उन्होंने मदर टेरेसा के कथन हम सभी जीवन में महान कार्य नहीं कर सकते हैं लेकिन हम जो भी कार्य करे उसे प्रेम से कर सकते हैं..पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छोटे- छोटे कार्यों को करने पर ही व्यक्ति बड़ा कार्य करता है. हमें जो भी कार्य मिले उसे बोझ नहीं बल्कि पूरे मनोयोग के साथ करना चाहिए. 
 इस अवसर पर  प्रो बी० बी० तिवारी, प्रो ए० के० श्रीवास्तव, प्रो मानस पांडेय, सहायक कुलसचिव श्रीमती बबिता सिंह,डॉ० अमरेन्द्र सिंह, डॉ० दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ० प्रमोद कुमार, डॉ० श्याम कन्हैया सिंह, डॉ० नितेश जायसवाल, डॉ० शशिकांत यादव, डॉ० कमलेश पाल, डॉ० सुजीत चौरसिया एवं अन्य शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे ।

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