“शिक्षण गुणवत्ता व स्वच्छता पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की कड़ी नजर”
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने गुरुवार को विकास खण्ड रामनगर, बरसठी तथा मछलीशहर के परिषदीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति रजिस्टर, पठन-पाठन की वास्तविक स्थिति, नामांकित विद्यार्थियों की संख्या, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता एवं स्वच्छता, विद्यालय प्रांगण की साफ-सफाई और विद्यार्थियों की अनुशासनात्मक गतिविधियों की बारीकी से समीक्षा की। निरीक्षण के समय कई विद्यालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था उत्तम पाई गई तथा कुछ विद्यालयों में अध्यापन कार्य भी संतोषजनक रहा। डॉ. पटेल ने छात्रों से पाठों का वाचन कराकर उनकी अधिगम क्षमता का परीक्षण किया और शिक्षकों से उनकी प्रगति संबंधी रिपोर्ट ली। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि नियमित अध्ययन और अनुशासन से ही निपुण लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। जहां शिक्षण कार्य या अनुशासन व्यवस्था में कमियां पाई गईं, वहां संबंधित प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करते हुए उन्हें स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कम्पो0 वि0 जूड़पुर, रामनगर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में प्रातःकालीन सभा छात्रों के साथ आयोजित कराते हुये उपस्थित कर्मचारियों एवं छात्रों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। निरीक्षण में पाया गया कि विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापक चिन्ता सिंह, सहायक अध्यापक उमेश चन्द्र, अश्वनी कुमार सिंह व किरन किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित थे। बीएसए ने सभी का निरीक्षण दिवस का वेतन/मानदेय तत्काल प्रभाव से अवरुद्ध कर दिया। वहीं, सहायक अध्यापक लोकेश कुमार वर्मा व दिनेश कुमार प्रात: कालीन सभा के दौरान उपस्थित हुए। विद्यालय में शेष कर्मचारी शिक्षामित्र सरोज दूबे, सहायक अध्यापक अनुज कुमार व चन्द्रभूषण शुक्ला 8 बजकर 15 मिनट पर उपस्थित हुए, जिसके कारण बीएसए द्वारा उक्त शिक्षको को शो-काज नोटिस निर्गत की गयी। विद्यालय में नामांकित 183 छात्रों में से सिर्फ 20 छात्र उपस्थित पाए गए। नामांकन के सापेक्ष उपस्थिति अत्यंत न्यून पाये जाने पर बीएसए द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। जबकि मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 115, 127 व 120 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि रु० 50,000 की आय-व्यय पंजिका प्रभारी प्रधानाध्यापिका की अनुपस्थित के कारण नहीं जाँची जा सकी । मध्याह्न भोजन निर्माण की तैयारी गतिमान मिली।
विद्यालय द्वारा गत शैक्षिक सत्र में कुल 182 छात्रों के सापेक्ष 173 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय में बाउंड्रीवाल न होने के क्रम में बीएसए द्वारा मौके पर ही बाउंड्रीवाल के निर्माण के सम्बंध में सम्बंधित ग्राम प्रधान से वार्ता करते हुये उचित प्रस्ताव सम्बंधित विभाग में प्रस्तुत किये जाने हेतु कहा गया। निरीक्षण के दौरान ही विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका उपस्थित हुयी, बी0एस0ए0 द्वारा विलम्ब से विद्यालय आने के सम्बंध में पृच्छा किये जाने पर प्रधानाध्यापिका द्वारा सन्तोषजनक उत्तर नहीं दिया जा सका। डॉ. पटेल ने विद्यालय में उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
कम्पोजिट विद्यालय नारायणपुर, रामनगर, विकासखंड रामनगर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापिका पाण्डेय बाल्यकाल देखभाल अवकाश व सुनील कुमार सहायक अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर पाये गये। विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 347 छात्रों में से सिर्फ 173 छात्र उपस्थित पाए गए। नामांकन के सापेक्ष उपस्थिति अत्यंत न्यून पाये जाने पर बीएसए डा0 पटेल द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। जबकि मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 240, 237, 242 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि ₹75,000 की आय-व्यय पंजिका के सम्बंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा अवगत कराया गया कि पंजिका को ब्लाक संसाधन केन्द्र पर जमा किया गया है। मध्याह्न भोजन निर्माण की तैयारी गतिमान मिली। विद्यालय द्वारा गत शैक्षिक सत्र में कुल 429 छात्रों के सापेक्ष 402 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 7 के छात्रो से गणित के प्रश्न पूँछे जाने पर सिर्फ 2 छात्रों द्वारा सही उत्तर दिया जा सका। विद्यालय में अधिगम स्तर न्यून पाया गया। शासन द्वारा विद्यालय को प्रदत्त कराये गये आई सी टी लैब स्थापना हेतु प्रेषित सामग्री को प्रधानाध्यापक द्वारा एक कक्षा-कक्ष में किनारे रखा गया है, जिसके कारण छात्रों को उचित लाभ नही प्राप्त हो रहा है। विद्यालय में रंगाई-पुताई का अभाव पाया गया। डॉ. पटेल ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
कम्पोजिट विद्यालय हरद्वारी, बरसठी के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापक विनोद कुमार यादव, प्रवीण पाण्डेय विद्यालय में अनधिकृत रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाये गये, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 320 छात्रों में से सिर्फ 228 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 256, 254 व 249 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि ₹75,000 की आय-व्यय पंजिका प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा अद्यतन नहीं की गयी प्राप्त हुयी। विद्यालय में मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार बन रहा था। विद्यालय द्वारा गत शैक्षिक सत्र में कुल 334 छात्रों के सापेक्ष 326 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 8 के छात्रो से गणित के प्रश्न पूँछे जाने पर सिर्फ 1 छात्र द्वारा सही उत्तर दिया जा सका। विद्यालय में अधिगम स्तर न्यून पाया गया। विद्यालय की छत पर घास उगी दिखी एवं पानी निकास का द्वारा बन्द पाया गया। विद्यालय के एक कक्षा-कक्ष में खाना पकाने की सामग्री रखी हुयी पाये जाने पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी दर्ज करते हुये विद्यालय के कक्षा को कक्ष को छात्रों के शिक्षण कार्य मे प्रयोग किये जाने हेतु निर्देशित किया। विद्यालय द्वारा क्रय की गयी खेल-कूद व इको क्लब से सम्बंधित सामग्री का पैकेट खुला हुआ पाये जाने पर बीएसए ने सामग्री को छात्रों के प्रयोग किये जाने हेतु निर्देशित किया। विद्यालय की बाउन्ड्रीवाल पर बाला पेंटिंग व रंगाई-पुताई का अभाव पाया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षकों में आपसी समंवय का अभाव व विद्यालय में प्राप्त उक्त कमियों को दृष्टिगत रखते हुये डॉ. पटेल ने प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित विद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षको, शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों का वेतन व मानदेय अग्रिम आदेश तक अवरूद्ध करते हुये उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
सनातन धर्म पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिदुना, मछलीशहर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत प्रधानाध्यापक अवधेश चन्द्र विद्यालय पर उपस्थित थे। विद्यालय में नामांकित 84 छात्रों में से सिर्फ 10 छात्र उपस्थित पाए गए। जबकि मध्यान्ह भोजन पंजिका प्रधानाध्यापक द्वारा सितम्बर 2025 माह के प्रारम्भ से ही अद्यतन नहीं की जा रही पायी गयी। जिसके कारण बीएसए ने प्रधानाध्यापक का अग्रिम आदेश तक वेतन अदेय कर दिया गया।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिदुना के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापक श्री विकास कुमार यादव पंचायत चुनाव के वोटर के सत्यापन हेतु ग्राम सभा मे गये हुये पाये गये, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 75 छात्रों में से सिर्फ 57 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 71, 68 व 72 दर्ज की गयी पायी गयी। मध्यान्ह भोजन में चावल-सब्जी बनी हुयी थी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि ₹25,000 की आय-व्यय पंजिका प्रभारी प्रधानाध्यापक अद्यतन नहीं की गयी प्राप्त हुयी। विद्यालय में मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार बन रहा था। डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भाटाडीह, मछलीशहर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत परिचारक आर्यन राय दिनांक 11.09.2025 से निरीक्षण तिथि तक विद्यालय मे अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्बंधित का अग्रिम आदेश तक वेतन अवरूद्ध कर दिया गया, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 58 छात्रों में से सिर्फ 27 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 45, 42 व 44 दर्ज की गयी पायी गयी। गत शैक्षिक सत्र मे विद्यालय द्वारा 59 छात्रों के सापेक्ष 55 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
प्राथमिक विद्यालय भाटाडीह, मछलीशहर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत प्रधानाध्यापक माहेश्वरी मिश्र आकस्मिक अवकाश पर थे, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 70 छात्रों में से सिर्फ 47 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 52, 48 व 48 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय मे मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार बना था। गत शैक्षिक सत्र मे विद्यालय द्वारा 81 छात्रों के सापेक्ष 75 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
प्राथमिक विद्यालय जमुहर, मछलीशहर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापिका अंजना यादव व निरूपमा मिश्रा बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर थी, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 91 छात्रों में से सिर्फ 39 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 69, 70 व 68 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय मे मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार बना था। गत शैक्षिक सत्र मे विद्यालय द्वारा 117 छात्रों के सापेक्ष 80 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय की छत पर घास उगी पाये जाने पर बीएसए डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि घास की सफाई कराकर विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये।
इस दौरान उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति रजिस्टर, पठन-पाठन की वास्तविक स्थिति, नामांकित विद्यार्थियों की संख्या, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता एवं स्वच्छता, विद्यालय प्रांगण की साफ-सफाई और विद्यार्थियों की अनुशासनात्मक गतिविधियों की बारीकी से समीक्षा की। निरीक्षण के समय कई विद्यालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था उत्तम पाई गई तथा कुछ विद्यालयों में अध्यापन कार्य भी संतोषजनक रहा। डॉ. पटेल ने छात्रों से पाठों का वाचन कराकर उनकी अधिगम क्षमता का परीक्षण किया और शिक्षकों से उनकी प्रगति संबंधी रिपोर्ट ली। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि नियमित अध्ययन और अनुशासन से ही निपुण लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। जहां शिक्षण कार्य या अनुशासन व्यवस्था में कमियां पाई गईं, वहां संबंधित प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करते हुए उन्हें स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कम्पो0 वि0 जूड़पुर, रामनगर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय में प्रातःकालीन सभा छात्रों के साथ आयोजित कराते हुये उपस्थित कर्मचारियों एवं छात्रों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। निरीक्षण में पाया गया कि विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापक चिन्ता सिंह, सहायक अध्यापक उमेश चन्द्र, अश्वनी कुमार सिंह व किरन किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित थे। बीएसए ने सभी का निरीक्षण दिवस का वेतन/मानदेय तत्काल प्रभाव से अवरुद्ध कर दिया। वहीं, सहायक अध्यापक लोकेश कुमार वर्मा व दिनेश कुमार प्रात: कालीन सभा के दौरान उपस्थित हुए। विद्यालय में शेष कर्मचारी शिक्षामित्र सरोज दूबे, सहायक अध्यापक अनुज कुमार व चन्द्रभूषण शुक्ला 8 बजकर 15 मिनट पर उपस्थित हुए, जिसके कारण बीएसए द्वारा उक्त शिक्षको को शो-काज नोटिस निर्गत की गयी। विद्यालय में नामांकित 183 छात्रों में से सिर्फ 20 छात्र उपस्थित पाए गए। नामांकन के सापेक्ष उपस्थिति अत्यंत न्यून पाये जाने पर बीएसए द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। जबकि मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 115, 127 व 120 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि रु० 50,000 की आय-व्यय पंजिका प्रभारी प्रधानाध्यापिका की अनुपस्थित के कारण नहीं जाँची जा सकी । मध्याह्न भोजन निर्माण की तैयारी गतिमान मिली।
विद्यालय द्वारा गत शैक्षिक सत्र में कुल 182 छात्रों के सापेक्ष 173 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय में बाउंड्रीवाल न होने के क्रम में बीएसए द्वारा मौके पर ही बाउंड्रीवाल के निर्माण के सम्बंध में सम्बंधित ग्राम प्रधान से वार्ता करते हुये उचित प्रस्ताव सम्बंधित विभाग में प्रस्तुत किये जाने हेतु कहा गया। निरीक्षण के दौरान ही विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका उपस्थित हुयी, बी0एस0ए0 द्वारा विलम्ब से विद्यालय आने के सम्बंध में पृच्छा किये जाने पर प्रधानाध्यापिका द्वारा सन्तोषजनक उत्तर नहीं दिया जा सका। डॉ. पटेल ने विद्यालय में उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
कम्पोजिट विद्यालय नारायणपुर, रामनगर, विकासखंड रामनगर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापिका पाण्डेय बाल्यकाल देखभाल अवकाश व सुनील कुमार सहायक अध्यापक आकस्मिक अवकाश पर पाये गये। विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 347 छात्रों में से सिर्फ 173 छात्र उपस्थित पाए गए। नामांकन के सापेक्ष उपस्थिति अत्यंत न्यून पाये जाने पर बीएसए डा0 पटेल द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। जबकि मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 240, 237, 242 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि ₹75,000 की आय-व्यय पंजिका के सम्बंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा अवगत कराया गया कि पंजिका को ब्लाक संसाधन केन्द्र पर जमा किया गया है। मध्याह्न भोजन निर्माण की तैयारी गतिमान मिली। विद्यालय द्वारा गत शैक्षिक सत्र में कुल 429 छात्रों के सापेक्ष 402 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 7 के छात्रो से गणित के प्रश्न पूँछे जाने पर सिर्फ 2 छात्रों द्वारा सही उत्तर दिया जा सका। विद्यालय में अधिगम स्तर न्यून पाया गया। शासन द्वारा विद्यालय को प्रदत्त कराये गये आई सी टी लैब स्थापना हेतु प्रेषित सामग्री को प्रधानाध्यापक द्वारा एक कक्षा-कक्ष में किनारे रखा गया है, जिसके कारण छात्रों को उचित लाभ नही प्राप्त हो रहा है। विद्यालय में रंगाई-पुताई का अभाव पाया गया। डॉ. पटेल ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
कम्पोजिट विद्यालय हरद्वारी, बरसठी के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापक विनोद कुमार यादव, प्रवीण पाण्डेय विद्यालय में अनधिकृत रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाये गये, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 320 छात्रों में से सिर्फ 228 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 256, 254 व 249 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि ₹75,000 की आय-व्यय पंजिका प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा अद्यतन नहीं की गयी प्राप्त हुयी। विद्यालय में मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार बन रहा था। विद्यालय द्वारा गत शैक्षिक सत्र में कुल 334 छात्रों के सापेक्ष 326 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 8 के छात्रो से गणित के प्रश्न पूँछे जाने पर सिर्फ 1 छात्र द्वारा सही उत्तर दिया जा सका। विद्यालय में अधिगम स्तर न्यून पाया गया। विद्यालय की छत पर घास उगी दिखी एवं पानी निकास का द्वारा बन्द पाया गया। विद्यालय के एक कक्षा-कक्ष में खाना पकाने की सामग्री रखी हुयी पाये जाने पर बीएसए ने कड़ी नाराजगी दर्ज करते हुये विद्यालय के कक्षा को कक्ष को छात्रों के शिक्षण कार्य मे प्रयोग किये जाने हेतु निर्देशित किया। विद्यालय द्वारा क्रय की गयी खेल-कूद व इको क्लब से सम्बंधित सामग्री का पैकेट खुला हुआ पाये जाने पर बीएसए ने सामग्री को छात्रों के प्रयोग किये जाने हेतु निर्देशित किया। विद्यालय की बाउन्ड्रीवाल पर बाला पेंटिंग व रंगाई-पुताई का अभाव पाया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षकों में आपसी समंवय का अभाव व विद्यालय में प्राप्त उक्त कमियों को दृष्टिगत रखते हुये डॉ. पटेल ने प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित विद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षको, शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों का वेतन व मानदेय अग्रिम आदेश तक अवरूद्ध करते हुये उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
सनातन धर्म पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिदुना, मछलीशहर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत प्रधानाध्यापक अवधेश चन्द्र विद्यालय पर उपस्थित थे। विद्यालय में नामांकित 84 छात्रों में से सिर्फ 10 छात्र उपस्थित पाए गए। जबकि मध्यान्ह भोजन पंजिका प्रधानाध्यापक द्वारा सितम्बर 2025 माह के प्रारम्भ से ही अद्यतन नहीं की जा रही पायी गयी। जिसके कारण बीएसए ने प्रधानाध्यापक का अग्रिम आदेश तक वेतन अदेय कर दिया गया।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिदुना के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापक श्री विकास कुमार यादव पंचायत चुनाव के वोटर के सत्यापन हेतु ग्राम सभा मे गये हुये पाये गये, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 75 छात्रों में से सिर्फ 57 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 71, 68 व 72 दर्ज की गयी पायी गयी। मध्यान्ह भोजन में चावल-सब्जी बनी हुयी थी। विद्यालय को प्राप्त कंपोजिट धनराशि ₹25,000 की आय-व्यय पंजिका प्रभारी प्रधानाध्यापक अद्यतन नहीं की गयी प्राप्त हुयी। विद्यालय में मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार बन रहा था। डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भाटाडीह, मछलीशहर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत परिचारक आर्यन राय दिनांक 11.09.2025 से निरीक्षण तिथि तक विद्यालय मे अनधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सम्बंधित का अग्रिम आदेश तक वेतन अवरूद्ध कर दिया गया, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 58 छात्रों में से सिर्फ 27 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 45, 42 व 44 दर्ज की गयी पायी गयी। गत शैक्षिक सत्र मे विद्यालय द्वारा 59 छात्रों के सापेक्ष 55 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
प्राथमिक विद्यालय भाटाडीह, मछलीशहर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत प्रधानाध्यापक माहेश्वरी मिश्र आकस्मिक अवकाश पर थे, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 70 छात्रों में से सिर्फ 47 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 52, 48 व 48 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय मे मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार बना था। गत शैक्षिक सत्र मे विद्यालय द्वारा 81 छात्रों के सापेक्ष 75 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये गये।
प्राथमिक विद्यालय जमुहर, मछलीशहर के निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे कार्यरत सहायक अध्यापिका अंजना यादव व निरूपमा मिश्रा बाल्यकाल देखभाल अवकाश पर थी, विद्यालय में कार्यरत शेष कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 91 छात्रों में से सिर्फ 39 छात्र उपस्थित पाए गए। मध्यान्ह भोजन पंजिका में गत 3 कार्य दिवसों में लाभार्थी संख्या क्रमश: 69, 70 व 68 दर्ज की गयी पायी गयी। विद्यालय मे मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार बना था। गत शैक्षिक सत्र मे विद्यालय द्वारा 117 छात्रों के सापेक्ष 80 छात्रों की डीबीटी की गयी पायी गयी। विद्यालय की छत पर घास उगी पाये जाने पर बीएसए डॉ. पटेल ने उपस्थित समस्त कर्मचारियों को निर्देश दिया कि घास की सफाई कराकर विद्यालयों में नामांकित सभी छात्रों के अधिगम स्तर में अपेक्षित सुधार, प्रत्येक छात्र-छात्रा को निपुण बनाने के लिए प्रभावी पठन-पाठन विधियों और नवीन शिक्षण सामग्रियों का प्रयोग, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पोषण मानकों का विशेष ध्यान व विभागीय योजनाओं एवं शैक्षिक गतिविधियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर गतिमान रखते हुए पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश दिये।